दुनिया के सबसे खतरनाक साँप जो काटने पर बचना नामुमकिन है ये बात बिलकुल सही है क्योकि हज़ारों लोग हर साल साँप के काटने से मरते है। एक रिपोर्ट के मुताबित हर साल 50 लाख से ज्यादा लोगो को साप काटते है और उसमे से 1 से 1.5 लाख लोग हर साल मर जाते है क्योकि उनके पास उतना समय नहीं होता ही की जाकर हॉस्पिटल में इलाज करा सके। साँप किसी को काटते है हो ऐसे टॉक्सिक ( विषैले ) जहर को अपने अंदर से छोड़ता है इससे इन्सान का ब्लड सर्कुलेशन ( Blood Circulation ) तुरंत रूक जाती है जिससे इंसानो की मौत हो जाती है।
बात की जाय इनके प्रजातीय की तो सिर्फ भारत ( India ) में ही लगभग 270 प्रकार के प्रजातियां पायी जाती है जिनमे से 69 प्रजातियां ऐसी है जो बेहद ही जहरीली और खतरनाक है। इन 69 में से 29 साँप ऐसे है जो पानी के अंदर रहते है और बेहद खतरनाक है और 40 साँप ऐसे है जो जमीन पर रहते है। बात की जाए पुरे विश्व में तो लगभग 3000 से ज्यादा साँप की प्रजातियां मौजूद है इस धरती पर।
आईये जानते है ऐसे ही कुछ सांपो के बारे में जो बेहद ही खतरनाक है।
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2-किंग कोबरा साँप (King Cobra ):
किंग कोबरा साँप पूरी दुनिया में सबसे खतरनाक मन जाता है। इसको संपो का राजा भी कहा जाता है क्योकि ये जब खरता महसूस होने पर किसी को काटता है तो उतना ही जहर निकलता है जितना इसको लगता है की शिकार को मारने के लिए काफी है। ये समझ इसके अंदर होती है जो बाकि सांपों में सायद नहीं होती है।
ये अपने शरीर का लगभग 3 तिहाई मतलब ( 75%)तक शरीर को ऊपर उठा सकता है और अपने शिकार को डरने के कोशिस करता है।
किंग कोबरा मुख्य रूप से भारत से दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर फिलीपींस और इंडोनेशिया तक के जंगलों में पाया जाता है. यह सांप सुबह के समय काफ़ी एक्टिव होता है और ज़्यादातर शिकार भी यह सुबह के समय ही करता है। किंग कोबरा में इतनी भारी मात्रा में जहर होता है कि अगर यह हाथी को डंस ले, तो उसका बचना भी नामुमकिन है. यह सांपों की इकलौती ऐसी प्रजाति है जो घोंसला बनाती है. यह सांप इंसानों की मौजूदगी खासी पसंद नहीं करता. इसका पसंदीदा आहार रैट स्नेक है. यह मेंढक, मछली, चूहे भी खाता है।
3-सॉ -स्केल्ड साँप ( Saw Scaled ):
सॉ -स्केल्ड साँप ,अफ्रीका, मध्य पूर्व, भारत, श्रीलंका, और पाकिस्तान के शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है. यह वाइपरिडे परिवार के छोटे विषैले सांपों में से एक है। इसका आकर बहुत ही छोटा होता है और इनका कलर भूरे रंग का होता है। ये ज्यादातर रेतीले जगह ,चटानो के बीच और भूरी नमी मिटटी के पास देखने को पाए जाते है। इसको थोड़ा सा भी खतरा महसूस होने पर ये अपने शरीर को सिकुड़ लेते है और S आकर की आकृति बना लेते है और अपने शरीर को रगड़ने लगते है जिससे हिसिंग तरह की आवाज निकलती है। ये सांप जितने छोटे होता है उतने ही बिषैले होता है यो जिसको भी काटते है ज्यादतर उनकी मौत हो जाती है बहुत काम लोग ही बच पाते है इसलिए ये पुरे दुनिया में पहला स्थान पर रखा गया गया है। सभी साँप एक जैसे ही जहर निकलते है और कुछ सांप अलग मगर कुछ साँप जब किसी को काटते है हो पूरे जहर निगल देते है जिससे व्यक्ति की तुरंत मौत हो जाती है।
4-ब्लैक माम्बा साँप (Black Maamba):
ये साँप अफ्रीका जैसे देशों में पाए जाते है जो बेहद ही खतरनाक और जहरीला होता है। इनका ये नाम इनके मुँह के अंदर नीला और काला रंग के वजह से मिला है जो कोई खतरा महसूस करने पर दिखाते है।
ये 12.5 मील प्रति घंटा के रफ़्तार से रेंग सकते है जो बहुत ही ज्यादा है। इनकी लम्बाई लगभग 8 मीटर तक औसत होती है और कुछ इससे भी बड़े लगभग 12-से 15 फ़ीट तक हो सकते है। ये अपने शिकार पर हमला करने के लिए 90 डिग्री पर खड़ा हो सकते है और बहुत ही तेजी से आक्रमण करते है।
ये अपने शिकार में चूहा ,चींटिया और दीमक को खाना पसंद करता है।
ये आमतौर पर लोगो से दूर भागते है और पेड़ के शाखाओं में अपने आप को छिपा कर रखना पसंद करते है।
आज के टाइम में इनका एंटी-वेनम मौजूद है मगर टाइम पर सही इलाज नहीं होने के कारण बहुत लोग अपनी जान गवा बैठते है।
5-फर डे लांस साँप ( Fer-De Lance ):
यह दक्षिण अमेरिका का सबसे खतरनाक साँप माना जाता है इसकी लम्बाई लगभग 1.5 से 2 मीटर तक हो होती है। इनका रंग एकदम भूरा रंग का होता है और इनके उप्पर हिरे के आकर के धब्बे बने होते है।
ये इतना खतरनाक होता है की इसके काटने पर लोग बहुत जल्दी ही मर जाते है क्योकि इनका जहर शरीर के अंदर रक्त हो ज़माने का काम करता है जिससे पुरे शरीर में रक्त का संचार रूक जाता है और मस्तिष्क काम करना बंद कर देती है और लोगो की मौत हो जाती है।
6-रसेल वायपर साँप (Russell Viper ):
रसेल वाइपर भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, और पाकिस्तान में पाया जाता है. यह साँप ज़्यादातर बालुई जगहों में पाया जाता है. रसेल वाइपर एक साथ 25 से 35 बच्चों को जन्म देती है। इसका लम्बाई लगभग 3 से 4 फ़ीट तक होता है इनका आकर बहुत मोटा और सिर चपटा होता है। ये इतने खतरनाक होते है की अगर किसी इंसान को काट ले और तुरंत सही इलाज होने के बावजूद भी 10 मिनट के अंदर ही मौत हो जाती है।
7-पिट वाइपर साँप (Pit Viper ):
पिट वाइपर, क्रोटालिनाई परिवार के ज़हरीले साँप होते हैं. ये सांप यूरेशिया और अमेरिका में पाए जाते हैं. पिट वाइपर को सिर के दोनों किनारों पर आंख और नाक के बीच मौजूद गर्मी-संवेदनशील पिट अंग से पहचाना जाता है.ये सांप बेहद ही दुर्लभ किस्म के साँप होते है क्योकि इनका रंग बिलकुल हरा होता है जो की ज्यादातर ये सांप भारत के घने जंगलो में पेड़ के शाखाओं पर और झाड़ियों में रहते है। अपने हरे रंग के वजह से ये पत्तियों में छिप जातें है और दिखाई नहीं देता है। लोग जब जंगलो में जाते है तो उनको ये दिखाई नहीं देते है और खतरा महसूस होने पर ये काट लेते है। पिट वाइपर रेगिस्तान से लेकर वर्षा वनों तक में पाए जाते हैं. ये स्थलीय, वृक्षीय या जलीय हो सकते हैं. इनमें से कुछ प्रजातियां अंडे देती हैं और अन्य प्रजातियां जीवित बच्चों को जन्म देती हैं।
8-बूमस्लैंग वाईपर साँप (Boomslang Viper ):
ये साँप हरा,पीला भूरा और गुलाबी रंग का होता है ये बहुत डरपोक होता है जब तक इसको कोई खतरा महसूस नहीं होता है तब तक ये कुछ भी नहीं करते है। ये अपने बचाव के लिए अपने गर्दन को फूला लेता है। बूमस्लैंग सांप का जहर रक्तस्राव का कारण बनता है और थोड़ी मात्रा में भी मनुष्यों के लिए घातक हो सकता है. बूमस्लैंग के जहर को हिमोटॉक्सिन श्रेणी का माना जाता है. जब ये हमारे शरीर में आता है खून के थक्के बनने बंद हो जाते हैं.
बूमस्लैंग साँप का जहर जितना खतरनाक होता है उतना ही इसका असर धीमे-धीमे होता है. काटने के बाद पीड़ित को पता भी नहीं चलता है कि उसे कुछ होने वाला है. कई घंटों तक जहर का असर दिखाई नहीं देता है. हालांकि, इस बीच पीड़ित को जहर रोधी दवाईयां और अन्य इलाज लेने का समय मिल जाता है.
9-बैंडेड करैत साँप ( Banded Krait ):
इस साँप को लोग धारीदार सांप भी कहते है जो की भारत, बांग्लादेश, और दक्षिणपूर्व एशिया में पाया जाता है. यह सांप अन्य सांपों को खाकर अपना पेट भरता है. यह सांप 9 फ़ुट तक लंबा हो सकता है। इसका रंग काला और सोने के कलर का होता है। ये साँप बेहद डरपोक किस्म का माना जाता है लेकिन इनके काटने से लोगो की जान तक चली जाती है क्योकि इनका जहर बेहद न्यूरोटॉक्सिक होता है। करैत का ज़हर, दंत सूई की तरह बेहद पतला और छोटा होता है. इसके डसने से कोबरा या वाइपर की तरह पीड़ित को तेज़ दर्द नहीं होता. सोते समय इंसान को डसने के चलते करैत ज़्यादातर पेट, सीना, गर्दन या फिर सिर पर हमला करता है. ऐसी स्थिति में कई बार सांप के शिकार व्यक्ति की नींद भी नहीं खुलती और उसकी मौत हो जाती है।
10-अगर किसी को साँप काट ले तो क्या करना चाहिए ?
अगर किसी मनुष्य को सांप काट ले तो उसको –
जल्दी से जल्दी बिना समय गवाए हॉस्पिटल ले जाये और इनका सही से इलाज करवाये।
एक जगह स्थिर रहे।
जहा साँप ने कटा है वहा पर साफ कपडा रखे।
काटे गए व्यक्ति को सांप से दूर करें.
काटे गए व्यक्ति को शांत रखें.
घाव के आस-पास कोई ज्वेलरी, धागा बंधा हो तो उसे तुरंत खोलकर हटा दें.
साँप ने पैर में काटा है तो तुरंत जूता उतरवा दें.
काटने के 4 घंटे के अंदर ही एंटीवेनम का इंजेक्शन लगवा लें
ये सब अनेक उपाय है जो सांप के काटने के बाद हमको ध्यान रखना है जिससे कोई ज्यादा नुक़साम न हो।
11-साँप के काटने पर क्या है जो बिलकुल नहीं करना है ?
काटे हुए जगह पर टाइट कपड़े न बांधे.
जहर को चूसकर निकालने की कोशिश न करें.
काटे हुए जगह पर जहर निकालने के लिए कोई कट न लगाएं.
एल्कोहल, चाय या कॉफ़ी बिल्कुल भी न पीएं.
किसी तरह का ठंडा, गर्म सिंकाई न करें.
न ही कोई क्रीम लगाएं.
दर्द के लिए एस्पीरिन न लें. इससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है.
12-सन्दर्भ (Conclusion ):
पूरे दुनिया में लगभग 3000 से ज्यादा प्रजातियां सांपो की पायी जाती है जिसमे से केवल भारत में 270 प्रजातियां पायी जाती है। जो की 69 प्रजातियां बेहद जी जहरीले किस्म के साँप है। ये खतरा महसूस करने पर अपने को सुरक्षित करने के लिए शिकार को काट लेते है। आज के समय पर इनका एंटीडोट्स ( Antidotes ) मौजूद है जो की इनके काटने पर सही से उपचार हो सके।