बुद्धिमान जानवर,दुनिया के सबसे बुद्धिमान जानवर ( The World’s Most Intelligent Animals )वैसे तो बहुत सारे है है लेकिन कुछ इनके आदतों ,सिखने का जज्बा और इनकी अनुवांशिक गुणों के आधार पर इनको बुद्धिमान जानवरो में रखा गया है। इसको अलग -अलग पैमानों पर प्रयोग करा गया है जिसमे एक -एक करके जो भी जानवर या पंक्षी खारा उत्तरे है उनके एक एक करके उनको सूची के अनुसार रखा गया है ,आईये जानते है वो कौन से जानवर, पंक्षी है जो दुनिया में सबसे बुद्धिमान जानवर है।बुद्धिमान शब्द का मतलब ये नहीं की हम जैसा चाहते या फिर देखना चाहते है वही हो ,सायद इन जानवरो के लिए बुद्धिमान होने का मतलब किसी और तरीके या फिर इनकी आदत से हो सकती है।
Table of Contents
1-चिम्पांजी:
बुद्धिमान के श्रेणी में पहले स्थान पर आता है चिम्पांजी,चिम्पांजी और मनुष्य अपने डीएनए ( DNA ) का लगभग 98.8 % हिस्सा साझा करते है जो की धरती पर मनुष्यो के बाद सबसे ज्यादा बुद्धिमान प्रजाति है। वैज्ञानिक शोध से ये पता चला है की चिम्पांजी का आईक्यू ( IQ ) औसतम लगभग 20 -25 के बिच होती है जो एक मानव बच्चे के आसपास होती है।
चिम्पांजी किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए अपने कुशल और उन्नत प्रकार से समाधान करते है जैसे की पेड़ से छाल निकलना और पानी निकालने के लिए छड़ी जैसे उपकरण का उपयोग करना हो।
एक अध्ययन से ये पता चला है की वे अपने आप को दर्पण में भी पहचान सकते है।इन्ही सब को देकते हुए ऐसे सबसे ज्यादा बुद्धिमान जानवर के श्रेणी में सबसे पहले रखा गया है।
2-ओरंगुटान:
बुद्धिमान के श्रेणी में दुसरे स्थान पर आता है ओरंगुटान,ओरंगुटान, मलय शब्द “ओरंग” और “हुतान” से लिया गया है. “ओरंग” का मतलब “व्यक्ति” और “हुतान” का मतलब “जंगल” होता है. स्थानीय लोगों ने मूल रूप से इस नाम का इस्तेमाल वास्तविक वन-निवास मनुष्यों को संदर्भित करने के लिए किया था.
ओरंगुटान, एशिया में मौजूदा समय में पाया जाना वाला वनमानुष है। इसके शरीर पैर लाल और भूरे कलर के बाल होते है और यह लीची ,आम और अंजीर काना बेहद पसंद करते है।
ये अपना घोसला दिन और रात दोनों के उपयोग के लिए बहुत सोच समझ कर बनाते है और युवा ओरंगुटान अपने माँ से घोसला बनाना सिकता है जो की तीन साल तक पूरी तरह से परिपक्त हो जाते है। इनकी आयु लगभग 50 बर्ष तक होती है। बढ़ती जनसँख्या से जंगलों को तेजी से काट रहे है लोग जो की इनके लिए सही नहीं है।
एक शोध के अनुसार ओरंगुटान ,चिम्पांजी की तुलना में अधिक बुद्धिमान हो सकते है जबकि चिम्पांजी अधिक सामाजिक बुद्धिमता प्रस्तुत करते है।
3-बोनोबो:
बुद्धिमान के श्रेणी में तीसरे स्थान पर आता है,बोनोबो को पिग्मी चिम्पांजी या फिर ग्रेसाइल चिम्पांजी या बौना के रूप में भी जानते है। ये पूर्णतः चिमपॉन्जी के तरह मनुष्यो से 98.7%डीएनए (DNA ) साझा करते है।
बोनोबो दिखने में आमतौर पर चिम्पांजी की तरह ही होते है लेकिन इनकी सामाजिक संरचना बहुत अलग है।
ये मादाओं के नेतृत्व में रहते है और चिम्पांजी से बेहद शांत स्वभाव के होते है। ये जानवर भी अंग्रेजी भाषा के 500 से ज्यादा मतलब सिख सकता है और ये इंसानो जैसे चुम्बन करता है और इंसानो जैसे गुदगुदी करने पर हस्ता भी है।
बोनोबो आमतौर पर छोटे जीवो को खाते देखा गया है।
ये शहद ,मांश और मिटटी भी खाते देखा गया है। ये चिम्पांजी के विपरीत मांस के लिए शक्रिय कभी नहीं देखा गया है।
4-डॉल्फिन:
बुद्धिमान के श्रेणी में चौथे स्थान पर आती है ये डॉल्फिन,डॉल्फिन को पानी का सबसे ज्यादा बुद्धिमान जीव जाता है। ये काफी गर्म रक्त वाली मछली होती है।
ये मछलियों के विपरीत जो गलफड़ो से साँस लेती है वही डॉल्फिन साँस लेने के लिए फेफड़ो का इस्तेमाल करती है जिसके कारण वो साँस लेने के लिए बार-बार समुन्द्र के सतह पर आती है।
डॉल्फिन की एक विशेष बात है की ये कम्पन निकलती हुई चलती है जिससे की किसी भी चीज से टकराकर वापस आती है जिससे इन्हे ये पता चल जाता है की शिकार कितना दूर है और कितना बड़ा है। ये आमतौर पर आवाज और सिटी के द्वारा बात करती है।
ये 60 किमी ( KM ) की रफ़्तार से तैर सकती है।
इसकी एक और विशेष बात है की दूसरे मछली जो की अंडे देते है वही डॉल्फिन बच्चे देती है और उनको दूध पिलाती है। इसलिए ये स्तनधारी जिव होती है।
इसका वैज्ञानिक नाम डेल्फ़िनस डेल्फ़िस है और इसको हम दूसरे नाम जैसे की डोरैडो या माही माही के नाम से भी जानते है ,ये समुन्द्र में कई बार लोगो की जान भी बचती देखि गयी है इसलिए इसको लोग इसको इस काम के लिए जानते है।
इनकी बहुत सारी प्रजाति पाए जाते है जो कुछ बहुत ज्यादा खतरनाक होती है।
एक शोध के अनुशार ये चिम्पांजी के ज्यादा चालक होती है इन्हे यहाँ तक माना जाता है की ये इंसानो के तरह थोड़ा बहुत सोच सकती है।
5-हाथी:
बुद्धिमान के श्रेणी में पांचवें स्थान पर आती है ये हांथी हाथी पूरे पृथ्वी का सबसे बड़ा और विशाल जानवर मन जाता है जो की सच भी है इससे ज्यादा कोई भी बड़ा जानवर नहीं है फिलहाल अभी धरती पर ,लेकिन हाथी का जितना बड़ा शरीर होता है उतना बड़ा उसका मस्तिष्क भी।
ये किसी भी चीज को याद करने में बहुत ज्यादा माहिर है ,जैसे इंसानो का दिमाग काम करता है की कौन से काम कब और कैसे करना ही वैसे ही हाथी भी किसी काम को बखूबी याद कर लेता है। इसको कण्ट्रोल करने के लिए एक आदमी होता है जिसे “महावत ” कहते है। ये हाथी के ऊपर बैठकर इसको आदेश देता है क्या करना है और हाथी उसके आज्ञा को वैसे ही मानता है।
हाथी’ का पर्यायवाची ‘मतंग’ है। ‘हाथी ‘ के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं – गज, हस्ती, कुम्भी, मदकल, कुंजर आदि.है
इनका वजन 2 से 7 टन होता है वही मादा हाथी का वजन लगभग 3 से 4 टन के बिच होता है।
हाथी का वैज्ञानिक नाम Elephas maximus ( एलिफ्स मैक्सिमस ) है। हाथी एक शाकाहारी, स्तनपायी जंगली जानवर है।
हिन्दू धर्मो में हांथी को देवताओं के राजा इंद्र का सवारी मन जाता है और इसको हम सब किसी शुभ कार्यो में इसका पूजा करते है। ये अपने साथी के मरने पर शोक भी मानते है जैसे की मनुष्य करते है। हाथी शाकाहारी जानवर होता है।
बढ़ती जनसँख्या के कारन हम पेड़ो को कटे जा रहे है जिससे वातावरण में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है जिसके वजह से समय पर बारिश नहीं हो रही है इसके कारण अफ्रीका में हाथी पानी के बगैर मर रहे है।
6-कौआ:
बुद्धिमान के श्रेणी में छठे स्थान पर आता है ये कौआ, कौआ एक काला कलर का पंछी है जो कांव -कांव करता है। ये पंक्षी भी सबसे चालाक होते है इनकी कहानी हमने सब ने बचपन में किताबो में पढ़ी है कैसे कौआ अपनी बुद्धि से रखे मटके से पानी पिता है। कौवा या कौआ (Crow) कोर्वस वंश का पक्षी होता है।
इसकी उम्र लगभग 15-से 20 वर्ष तक होती है मगर ज्यादा तर लोग इसके मौत को देख नहीं पाते है। कुछ लोगो द्वारा बताया जाता है की ये पंक्षी अमर होते है जो की इसका कही प्रमाण नहीं मिलता है।
ये एक ऐसा पंक्षी है जिसका वर्णन त्रेता युग में भगवान् श्री राम के समय से भी बताया जाता है। इनकी एक आँख अंधी होती है लेकिन सबकुछ एक ही आँखों से देख सकते है वो भी भगवन श्री राम ने इसको आर्शीवाद दिया था।
ये मिश्र आहार के पंक्षी होते है जो की दोनों खाते है।
इसको लोग काकभुशुण्डि, काक । काक, कागा! कौवा शब्दका पर्यायवाची शब्द काग होता है।
7-तोता:
बुद्धिमान के श्रेणी में सातवें स्थान पर आता है ये तोता, तोता ये सबसे विशिस्ट प्रशिद्ध पंक्षियों में सुमार होते है। ये हूबहू इन्शानो जैसा नक़ल करने वाला पंक्षी है इसलिए ये सबसे ज्यादा घरो में पाले जाने वाला पंक्षी है। ये किसी भी भाषा को सिख सकते है और उसको वैसा ही उच्चारण भी कर सकते है। इनकी 399 प्रजातियां पायी जाती है। इनका वैज्ञानिक नाम है सिटासिफोर्मीस (Psittaciformes) जो की इनका 399 में 92वा वंश माना जाता है।
इसके साथ-साथ और भी बहुत सारे जानवर और पंक्षी है जो की अपने बुद्धिमता के कारण जाने जाते है जैसे की
लोमड़ी ,सुवर ,गिलहरी ,चूहा,तोता इत्यादि और भी है जो की इस विशेष गुण के कारण लोग उन्हें इस सूची में रखते है।
Conclusion (सन्दर्भ):
बुद्धिमान या सबसे चालक जानवर होना या फिर इसको मापने का कोई विशेष पैमाना नहीं है जो की ये बता सके की ये इस पैमाने में खरा उत्तर है इसलिए इन्हे सबसे ऊपर रखा गया है लेकिन है कुछ शोधकर्ता के अनुशार काफी अलग -अलग चीजे प्रयोग करने के बाद ये पता चला की कोई जानवर या पंछी अपने पुरे समूह में सबसे ज्यादा समझदार और चालक यही। इनका DNA को इंशानो के डीएनए ( DNA ) से मिलाकर देखा गया तो मिला की कुछ जानवर लगभग पूरे -पूरे DNA हम इन्शानो के साथ साझा करते है। कुछ-कुछ उन्हें वैसा ही पाया गया जैसा उन्हें हम सब दिखाते-सिखाते थे ,इस आधार पर उन्हें हम सूचिबद्ध कर पाए की सबसे ज्यादा कौन सा जानवर बुद्धिमान ,चालक है।
इनको हम इनके आकर के हिसाब से या फिर इनके वजन के हिसाब से आगे पीछे नहीं रख सकते ,क्योकि ऐसा होता तो हाथी सबसे पहले होता इस सूची में। इसको अलग अलग समय में अलग अलग इनके गुणों को देखा गया जिससे पता चला की इनके बड़े आकर का होना इनके बुद्धि से कोई सम्बन्ध नहीं है। ये चीज हमेशा बदलती रहेगी जैसे जैसे मौसम अनुकूल में बदलाब देखने को मिलेगा वैसे -वैसे इनके आदत और विचार में भी बदलाव देखने को मिलेगी।